16 फरवरी2012, कल्याणी विश्वविद्यालय (प0बंगाल) : विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहने वाले छात्रों के प्रयास से स्वामी विवेकानन्द की वार्षिक जन्म-जयन्ती के अवसर पर विवेकानन्द सभागार में ' चर्चा-मंच ' का आयोजन हुआ। सभा का उद्घाटन कल्याणी विश्वविद्यालय के उप-कुलपति (Vice-chancellor) प्राध्यापक आलोक कुमार वंद्योपाध्याय ने किया। इस सभा में स्वामी विवेकानन्द की विचार-धारा के प्रसंग पर बेलुड़ मठ के वरिष्ठ सन्यासी श्रीमत स्वामी स्वतंत्रानन्द एवं अखिल भारत विवेकानन्द युवा महामण्डल के सचिव श्रीवीरेन्द्र कुमार चक्रवर्ती ने चर्चा किया। महामण्डल के कल्याणी केन्द्र द्वारा सभा-प्रांगन में एक बुक-स्टाल की व्यवस्था की गयी थी।
26 मार्च 2012, वर्धमान विश्वविद्यालय के अरविन्द छात्रावास के छात्रों ने स्वामीजी की वार्षिक जन्म-जयंती के उपलक्ष्य पर अपने होस्टल के विशेष-कक्ष में एक सभा का आयोजन किया। इस अवसर पर महामण्डल के भाई श्रीतपन गोड़ाई एवं श्रीअरुणाभ सेनगुप्त ने - ' विद्यार्थी-जीवन में मनःसंयोग की प्रयोजनीयता '
तथा ' स्वामीजी की शिक्षा की प्रासंगिकता ' के विषय में चर्चा किया। सभा में लगभग 67 छात्र उपस्थित थे। सभा के बाद उनलोगों ने ' प्रश्नोत्तर कार्यक्रम ' में भी हिस्सा लिया। तथा महामंडल के वर्धमान केन्द्र द्वारा लगाये गये बुक-स्टाल से उनहोंने प्रासंगिक पुस्तकों को खरीदा।
22 जनवरी 2012, नदिया जिला के नवद्वीप विवेकानन्द युवा महामण्डल द्वारा एक दिवसीय युवा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में 290 छात्रों ने हिस्सा लिया। शिविर का सायं-कालीन सत्र सबों के लिए खुला था। इस सम्मेलन में ' राष्ट्र-निर्माण में महामण्डल की भूमिका ' के विषय पर अखिल भारत विवेकानन्द युवा महामण्डल के सचिव श्रीवीरेन्द्र कुमार चक्रवर्ती ने अपने विचार रखे। वर्तमान समय में स्वामी विवेकानन्द की प्रासंगिकता के विषय पर रामकृष्ण मिशन शिक्षण मन्दिर, बेलुड़ मठ के सन्यासी श्रीमत स्वामी गोकुलेशानन्द ने चर्चा किया। प्राध्यापक पार्थ सेनगुप्त ने संगीत प्रस्तुत किया।
23 दिसम्बर 2011, झारखण्ड राज्य के पूर्वी सिंहभूम जिले के पाथरी विवेकानन्द युवा महामण्डल द्वारा विगत कई वर्षों से निष्ठा पूर्वक महामण्डल कार्य संचालित किया जा रहा है। विगत 23 दिसम्बर को पाथरी केन्द्र द्वारा एक दिवसीय युवा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। 12 जनवरी 2012 को स्वामी विवेकानन्द के जन्म-दिवस के अवसर पर प्रभातफेरी एवं आम-सभा का आयोजन किया गया। इस केन्द्र द्वारा साप्ताहिक पाठ-चक्र एवं शिशु-विभाग भी अच्छे ढंग से चलाया जा रहा है।
पूर्वी मेदिनीपुर जिले के खड़ीगेड़ीया विवेकानन्द युवा महामण्डल से संवाद :
यहाँ के केंद्र द्वारा साप्ताहिक पाठ-चक्र, दातव्य होमिओपैथी चिकित्साकेन्द्र एवं ' विवेकानन्द शिशु शिक्षा निकेतन ' के नाम से एक नर्सरी स्कुल नियमित रूप से संचालित हो रहा है। इस स्कुल में 266 बच्चे पढ़ रहे हैं। नैतिकता मूलक कहानी सुनाना, गाने, कविता, खेल-कूद के साथ साथ पढ़ने लिखने की व्यवस्था की गयी है। शिशु के सर्वांगीन विकास पर विशेष नजर राखी जाती है।
पश्चिम मेदिनीपुर के हासिमपुर विवेकानन्द युवा महामण्डल से संवाद :
यहाँ किशोर एवं युवाओं के लिये अलग-अलग दो पाठ -चक्र, एवं शिशु-विभाग ' विवेक-वाहिनी ' का संचालन पूर्ण निष्ठां के साथ चलाया जा रहा है। इस केन्द्र द्वारा संचालित ' दातव्य चिकित्सा-केन्द्र ' में एलोपैथिक एवं होमियोपैथिक विभाग के अलावा नेत्र-रोग एवं दन्त चिकित्सा की व्यवस्था भी की गयी है। पिछले वर्ष 8 गाँवों के 113 गरीब लोगो को नये कपड़े दिए गये। 12 जनवरी को स्वामीजी के जन्म दिवस पर- शोभायात्रा,विभिन्न प्रतियोगिता, जन-सभा का आयोजन किया गया। इस दिन 16 गरीबों को कम्बल दिया गया। 5 फरवरी को आयोजित जन-सभा में मेदिनीपुर रामकृष्ण मिशन केन्द्र के सन्यासी श्रीमत स्वामी सुनिष्ठानन्द एवं महामण्डल कर्मियों ने स्वामीजी के जीवन और सन्देश पर चर्चा किये। यहीं के सूतछाड़ा विवेकानन्द युवा पाठ -चक्र द्वारा 12 फरवरी को एक दिवसीय युवा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हुआ, जिसमे 161 छत्रों ने हिस्सा लिया।
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