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सोमवार, 9 जनवरी 2012

महामण्डल संवाद : ' विशाखापतनम शाखा व् विलासपुर शाखा से '

महामण्डल संवाद : आंध्रप्रदेश के ' विशाखापत्तनम विवेकानन्द युवा महामण्डल ' द्वारा विगत २१ अगस्त २००११ को युवा सम्मेलन आयोजित किया गया. इस सम्मेलन में चर्चा का विषय था- ' जीवन लक्ष्य का निर्धारण '. दीप प्रज्वलन, संघ गान और स्वदेश मन्त्र के माध्यम से सभा का प्रारम्भ हुआ. इस केंद्र के सहायक सचिव ने स्वागत भाषण में बताया कि, विवेकानन्द द्वारा प्रदर्शित मार्ग के अनुसार जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना, तथा उस दिशा में अग्रसर होने का उपाय जान लेना ' ही इस सम्मेलन का उद्देश्य है. युवाओं के समक्ष कुछ विशिष्ट व्यक्तियों ने इसी विषय के उपर  संक्षेप में अपने विचार प्रस्तुत किये. इसके बाद केंद्र के प्रथम सचिव श्री पी. रवि शंकर ने ' Power Point ' प्रदर्शनी की सहायता से इस विषय के उपर प्रकाश डाला. सम्मेलन में आये हुए युवाओं ने इस परिचर्चा में सक्रिय योगदान किया. यह सम्मेलन लगभग साढ़े तीन घंटे तक चला. विशाखापतनम एवं विजयनगरम के विभिन्न इंजीयरिंग कॉलेज तथा विश्वविद्यालय ( अनिल नेरुकोंडा कॉलेज ऑफ़ इंजीयरिंग, वराह लक्ष्मी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, आंध्र यूनिवर्सिटी, तथा JNTU University College of Engineering, Vizinagram ) के ११५ छात्रों ने इस सम्मेलन में भाग लिया. उनलोगों के बीच स्वामी विवेकानन्द का संदेश तथा महामण्डल की भावधारा से सम्बन्धित कुछ पुस्तिकाओं का वितरण किया गया. सभा के अंत में एक ' Mobile Bookstall ' या ' घुमन्तु पुस्तक विक्रय केंद्र - ' जाग्रुथी ' का उद्घाटन भी किया गया.
छत्तीसगढ़ के विलासपुर विवेकानन्द युवा महामण्डल द्वारा ९ जुलाई को एक दिन का युवा प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया.  रामकृष्ण मिशन विवेकानन्द आश्रम ( रायपुर ) के अध्यक्ष श्रीमत स्वामी सत्यरुपानन्द, एवं वेदान्त ट्रस्ट (अंबिकापुर) के अध्यक्ष श्रीमत स्वामी तन्मयानन्द तथा महामण्डल के श्री श्याम कुमार पाढ़ी ने स्वामी विवेकानन्द का जीवन और संदेश तथा जीवन गठन की पद्धति के विषय में विभिन परिचर्चा में भाग लिया. प्रशिक्षनार्थियों के बीच ' मातृदेवो भव पितृदेवो भव ' नामक पुस्तिका का वितरण किया गया. २३ जुलाई को केंद्र के द्वारा वस्त्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय रेल के एक विशिष्ट अधिकारी श्री नवीन सिंह थे. केंद्र के शिशु विभाग ' विवेक वाहिनी ' के ४० बच्चों को स्कूल का पोषाक और अभ्यास पुस्तिका वितरण किया गया.यहाँ जीवन गठन के साथ साथ स्कूल की परीक्षा में भी अच्छा करने के लिए बच्चों को उत्साहित किया जाता है. कुछ बच्चों ने भी ' विवेक वाहिनी ' से मिलने वाले लाभ के विषय में अपने अनुभव सुनाये.       

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