शनिवार, 3 अगस्त 2024

😇🔱🕊 🏹 🙋परिच्छेद ~136 श्रीरामकृष्ण तथा कर्मफल 🏹 [ (12 अप्रैल, 1886) -श्री रामकृष्ण वचनामृत-136] ॐ नमो भगवते सम्बुद्धाय 🏹🔱 Om, I salute the Lord, the awakened. " No One is To Blame "🔱"🏹मैं ही अपना साकार अतीत हूँ ! ("अपने अतीत के अनुरूप मैं एक देहधारी- 'embodied' आत्मा हूँ ! " ) 🔱 जिन्हें पहले काली का पागल पुजारी कहते थे आज उनके पादुका की पूजा होती है🔱 🏹🔱भगवान के नाम का जप करने से बहुत से कर्मपाश कट जाते हैं🏹 🙋देखा जाय तो दूध का धोया कोई नहीं है । 🙋🔱 🏹🔱ईश्वर-कोटि तथा जीव-कोटि का अन्तर 🏹🏹परिवर्तनशील होने के कारण शरीर नश्वर है🏹 🏹जबतक शरीर है माँ जगदम्बा (भारत माता-Mother India) के शरण में रहना पड़ेगा🏹 😇'सब स्वप्नवत् है'-गृहस्थ को ऐसा नहीं कहना चाहिए 😇 🔱🙋पहले कामजयी होना होगा : दृष्टान्त सुनकर ठाकुर देव का रोमांचित होना 🙋🙋जहाँ कोई वासना नहीं है, वहाँ भगवान स्वयं प्रकट होते हैं।🙋 No One is To Blame " " किसी को दोष नहीं दिया जा सकता है " 🙋कारो दोष देखो ना !~ श्री माँ सारदा देवी 🙋 🕊🔱🙏

 🔱🕊 🏹 🙋परिच्छेद १३६~श्रीरामकृष्ण तथा कर्मफल*🔱🕊 🏹 🙋 (१)  [ (12 अप्रैल, 1886) -श्री रामकृष्ण वचनामृत-136]  भक्तों के संग में श्रीरामकृ...